Raag Kalyan is the raag of Kalyan That. In this raag all seven notes are used Ma is used Tivra and all other notes are used Normal or Shudh, so its nature or Jaati is Sampurn Sampurn. Singing and Playing time is set as first quarter of Night (6-9 p.m.).
राग कल्याण, कल्याण थाट का राग है| इस राग में सप्तक के सभी सातों स्वर प्रयोग होते हैं | म तीव्र प्रयोग होता है बाकी अन्य स्वर शुद्ध प्रयोग होते हैं | इसकी जाती सम्पूर्ण सम्पूर्ण है | इस राग के गायन वादन का समय रात्रि का प्रथम प्रहर माना जाता है (शाम ६-९ )
Aaroh(Assending notes) of Raag Kalyan: Sa, Re, Ga, Ma*, Pa, Dha, Ni, Sa'
or .Ni, Re, Ga, Ma*,Pa, Dha, Ni, Sa'
आरोह : सा रे ग मे प ध नी सा या .नी रे गा मे प ध नी सां
Avroh (Descending notes) of Raag Kalyan: Sa' Ni, Dha, Pa, Ma*, Ga, Re,Sa
अवरोह : सां नी ध प मे ग रे सा
Pakad (frequently used group of notes in this raag): .Ni Re Ga Re, PaRe, GaRe, .Ni Re Sa, or Ni Re' Sa'
पकड़ : (मुख्यतया प्रयुक्त स्वर समूह ) : .नी रे ग रे, प रे, ग रे, .नी रे सा या नी रें सां .
Normally (sometimes) raag starts from .Ni and then(ommitting Sa)Re is taken and Ga, Ma* (Pa is left) Dha, Ni, Sa' is taken then. सामान्यतया कल्याण राग मंद्र नी से शुरू कर के रे पर जाते हैं सा को छोड़ देते हैं फिर ग मे (प छोड़ते हुए ) ध नी सां लेते हैं |
.Ni, Re, Ga, Ma*, Dha, Ni, Sa' .नी रे ग मे ध नी सां .
Kalyan raag has its many types: Yaman Kalyan ( it is same as above but shudh Ma is also used between two Ga {as Pa,Ma*,Ga,Ma,Ga,} कल्याण राग के कई प्रकार है : यमन कल्याण (यह राग उपर्युक्त कि भांति है लेकिन इसमें दो ग के बीच में शुद्ध म का भी प्रयोग किया जाता है जैसे प मे ग म ग ) (तुमको पिया दिल दिया गाना चेक करें)
Other types are Shudh Kalyan, Puriya Kalyan, Jait Kalyan, etc. कल्याण राग के अन्य प्रकार - शुद्ध कल्याण, पुरिया कल्याण, जीत कल्याण आदि हैं.
Flavour or Mood of this Raag is Serious or Gambhir. In this Raag Bada Khyal, Chota khyal, Taraana, Dhrupad, Maseetkhani Gat and Razakhani Gat all are sung and played.
इस राग की प्रकृति गंभीर है. इस राग में बड़ा ख्याल, छोटा ख्याल, तराना, ध्रुपद, मसीतखानी गत , रजाखानी गत गायी बजायी जाती हैं.
All the three octaves are used for playing this Raag Kalyan. इसमें तीनो सप्तक प्रयुक्त होते हैं मध्य सप्तक पूरा मंद्र एवम तार सप्तक के कुछ स्वर लिए जाते हैं.
Some film songs are called based on raag kalyan:- राग कल्याण पर आधारित कुछ गाने -
1. Chandan Sa Badan Chanchal chitwan ( in this song at one or two places Komal Ga is used which is not the note of this raag)चन्दन सा बदन (इसमें कोमल ग विवादी स्वर है )
2. Naam Gum Jaayega नाम गुम जाएगा
3. Milo na tum to ham ghabraayein मिलो न तुम तो हम घबराएं
4. Zindagi bhar nahin bhulegi wo barsaat ki raat. ज़िन्दगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात कि रात
One chhota khyal is based on raag kalyan is इस राग पर आधारित एक छोटा ख्याल -
(It is a sabad of Guru Teg Bahadur ji)(यह गुरु तेग बहादुर जी का सबद है )
jhuthi dekhi preet jagat mein झूठी देखी प्रीत जगत में
Apne hi sukh son sab laage अपने ही सुख सों सब लागे
Kya dara kya meet jagat mein. क्या दारा क्या मीत जगत में
राग कल्याण, कल्याण थाट का राग है| इस राग में सप्तक के सभी सातों स्वर प्रयोग होते हैं | म तीव्र प्रयोग होता है बाकी अन्य स्वर शुद्ध प्रयोग होते हैं | इसकी जाती सम्पूर्ण सम्पूर्ण है | इस राग के गायन वादन का समय रात्रि का प्रथम प्रहर माना जाता है (शाम ६-९ )
Aaroh(Assending notes) of Raag Kalyan: Sa, Re, Ga, Ma*, Pa, Dha, Ni, Sa'
or .Ni, Re, Ga, Ma*,Pa, Dha, Ni, Sa'
आरोह : सा रे ग मे प ध नी सा या .नी रे गा मे प ध नी सां
Avroh (Descending notes) of Raag Kalyan: Sa' Ni, Dha, Pa, Ma*, Ga, Re,Sa
अवरोह : सां नी ध प मे ग रे सा
Pakad (frequently used group of notes in this raag): .Ni Re Ga Re, PaRe, GaRe, .Ni Re Sa, or Ni Re' Sa'
पकड़ : (मुख्यतया प्रयुक्त स्वर समूह ) : .नी रे ग रे, प रे, ग रे, .नी रे सा या नी रें सां .
Normally (sometimes) raag starts from .Ni and then(ommitting Sa)Re is taken and Ga, Ma* (Pa is left) Dha, Ni, Sa' is taken then. सामान्यतया कल्याण राग मंद्र नी से शुरू कर के रे पर जाते हैं सा को छोड़ देते हैं फिर ग मे (प छोड़ते हुए ) ध नी सां लेते हैं |
.Ni, Re, Ga, Ma*, Dha, Ni, Sa' .नी रे ग मे ध नी सां .
Kalyan raag has its many types: Yaman Kalyan ( it is same as above but shudh Ma is also used between two Ga {as Pa,Ma*,Ga,Ma,Ga,} कल्याण राग के कई प्रकार है : यमन कल्याण (यह राग उपर्युक्त कि भांति है लेकिन इसमें दो ग के बीच में शुद्ध म का भी प्रयोग किया जाता है जैसे प मे ग म ग ) (तुमको पिया दिल दिया गाना चेक करें)
Other types are Shudh Kalyan, Puriya Kalyan, Jait Kalyan, etc. कल्याण राग के अन्य प्रकार - शुद्ध कल्याण, पुरिया कल्याण, जीत कल्याण आदि हैं.
Flavour or Mood of this Raag is Serious or Gambhir. In this Raag Bada Khyal, Chota khyal, Taraana, Dhrupad, Maseetkhani Gat and Razakhani Gat all are sung and played.
इस राग की प्रकृति गंभीर है. इस राग में बड़ा ख्याल, छोटा ख्याल, तराना, ध्रुपद, मसीतखानी गत , रजाखानी गत गायी बजायी जाती हैं.
All the three octaves are used for playing this Raag Kalyan. इसमें तीनो सप्तक प्रयुक्त होते हैं मध्य सप्तक पूरा मंद्र एवम तार सप्तक के कुछ स्वर लिए जाते हैं.
Some film songs are called based on raag kalyan:- राग कल्याण पर आधारित कुछ गाने -
1. Chandan Sa Badan Chanchal chitwan ( in this song at one or two places Komal Ga is used which is not the note of this raag)चन्दन सा बदन (इसमें कोमल ग विवादी स्वर है )
2. Naam Gum Jaayega नाम गुम जाएगा
3. Milo na tum to ham ghabraayein मिलो न तुम तो हम घबराएं
4. Zindagi bhar nahin bhulegi wo barsaat ki raat. ज़िन्दगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात कि रात
One chhota khyal is based on raag kalyan is इस राग पर आधारित एक छोटा ख्याल -
(It is a sabad of Guru Teg Bahadur ji)(यह गुरु तेग बहादुर जी का सबद है )
jhuthi dekhi preet jagat mein झूठी देखी प्रीत जगत में
Apne hi sukh son sab laage अपने ही सुख सों सब लागे
Kya dara kya meet jagat mein. क्या दारा क्या मीत जगत में
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