कुछ गीत लबों पे सजते हैं जब तुम आ जाते हो सामने KUCHH GEET LABON PE SAJTE HAIN, JAB TUM AA JAATE HO SAAMNE SONG LYRICS
फिल्म:
महाराजा 1998 गीतकार: समीर, संगीतकार: नदीम-श्रवण
गायक:
कविता कृष्णामूर्ति, सोनू निगम
कुछ गीत लबों पे
सजते हैं कुछ
साज़ दिलों में बजते हैं
कुछ गीत लबों पे सजते हैं कुछ साज़ दिलों में बजते हैं
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
शाम सवेरे देखूँ तुमको कितना सुंदर रूप है
शाम सवेरे देखूँ तुमको कितना सुंदर रूप है
संग तुम्हारे ठंडी छाया सारी दुनिया धूप है
मौसम भी रंग बदलते हैं मौसम भी रंग बदलते हैं
सौ दीप नजर में जलते हैं
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
सुन के ऐसी बातें जाने क्यों आँखें झुक जाती हैं
सुन के ऐसी बातें जाने क्यों आँखें झुक जाती हैं
कुछ बाते होठों तक आके जाने क्यों रुक जाती हैं
ये जीवन अच्छा लगता है ये जीवन अच्छा लगता है
हर सपना सच्चा लगता है
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
सात समन्दर से भी गहरा देखो अपना प्यार है
सात समन्दर से भी गहरा देखो अपना प्यार है
इस घर में अब हर पल हर दिन खुशियों का त्यौहार है
वो गुजरे पल याद आते हैं वो गुजरे पल याद आते हैं
वो बीते कल याद आते हैं
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
कुछ गीत लबों पे सजते हैं कुछ साज़ दिलों में बजते हैं
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
शाम सवेरे देखूँ तुमको कितना सुंदर रूप है
शाम सवेरे देखूँ तुमको कितना सुंदर रूप है
संग तुम्हारे ठंडी छाया सारी दुनिया धूप है
मौसम भी रंग बदलते हैं मौसम भी रंग बदलते हैं
सौ दीप नजर में जलते हैं
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
सुन के ऐसी बातें जाने क्यों आँखें झुक जाती हैं
सुन के ऐसी बातें जाने क्यों आँखें झुक जाती हैं
कुछ बाते होठों तक आके जाने क्यों रुक जाती हैं
ये जीवन अच्छा लगता है ये जीवन अच्छा लगता है
हर सपना सच्चा लगता है
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
सात समन्दर से भी गहरा देखो अपना प्यार है
सात समन्दर से भी गहरा देखो अपना प्यार है
इस घर में अब हर पल हर दिन खुशियों का त्यौहार है
वो गुजरे पल याद आते हैं वो गुजरे पल याद आते हैं
वो बीते कल याद आते हैं
जब तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
जब
तुम आ जाते हो सामने जब तुम आ जाते हो सामने
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